मैं तेरी ओर देखूं ,मुझे मेरा बचपन दिखे, वो खट्टी मीठी यादों का एक बड़ा सा समंदर दिखे, मैं तेरी ओर देखूं ,मुझे मेरा बचपन दिखे, वो खट्टी मीठी यादों का एक बड़ा सा समं...
मेरे एहसास उनकी उम्मीदें इसीलिए तो मेरे अपने हैं इनसे ही तो मेरे सपने हैं इसीलिए तो मेरे एहसास उनकी उम्मीदें इसीलिए तो मेरे अपने हैं इनसे ही तो मेरे सपने हैं ...
दुश्मनों को, ना आने देंगे, इस धरती पे दोबारा, हम कर देंगे अर्पण....... दुश्मनों को, ना आने देंगे, इस धरती पे दोबारा, हम कर देंगे अर्पण.......
कभी माटी का घरौंदा बनाते तो कभी कागज़ की गुड़िया कभी धूल की रोटी बनाते। कभी माटी का घरौंदा बनाते तो कभी कागज़ की गुड़िया कभी धूल की रोटी बनाते।
घर को गम के लहरों से बचाने वाला पिता, पिता होता है. घर को गम के लहरों से बचाने वाला पिता, पिता होता है.